अरविंद मालगुड़ी भारत की आज़ादी के बाद भारत बनने की कहानी पर कई पुस्तकें लिखी जा…
Category: बुक रिव्यू
उथल-पुथल से भरे मन के आवेग को शिथिल कर अवसाद की काई को हरिता में बदलती किताब
फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया पर अवसाद को लेकर काफी…
मनु भंडारी का उपन्यास ‘आपका बंटी’-बड़ों की दुनियां को एक बच्चे की दृष्टि से देखना कैसा होता है
आपका बंटी उपन्यास प्रसिद्ध उपन्यासकार कहानीकार मनु भंडारी द्वारा रचित है. मनु भंडारी, उनीस सौ पचास…
‘पहाड़ के हाड़’: गिर्दा की स्मृति को सलाम!
आज हिमालै तुमुकै धत्यूं छौ जागो – जागो ओ मेरा लाल बरसों पहले पौड़ी के जिला…
मुअनजोदड़ो : एक खोई हुई दुनिया
साहित्य की विभिन्न विधाओं, मसलन–कहानी, उपन्यास, कविता और नाटक के साथ-साथ यात्रा वृत्तांत भी शुरुआत से…
गिरीश कर्नाड का नाटक ययाति: यह एक नहीं, प्रत्येक मनुष्य की जीवन कथा है
पहले मेज! फिर कुर्सी हिली उसके बाद बेड भी डोलने लगा। धीरे धीरे लैपटॉप, पंखा उसके…
बिना स्वतंत्रता के सबसे सुखी होने का ये कैसा भरोसा?
किताब: एक रोमांचक सोवियत रूस यात्रा लेखक: डोमिनीक लापिएर वृतांत लिखा जाना इतिहास लिखने जैसा है।…
गिरिराज किशोर ‘बा’: नेपथ्य में ठहरी स्त्री की भूमिका को ईमानदारी और मजबूती से बताने वाली किताब
उंची इमारतों के कंगूरे ही दिखाई देते हैं। नींव की ईंट तो गहरे अंधेरों में ख़ामोश…
ख़त मतलब भावनाओं को कुरेद-कुरेद कर लिखना, पढ़-पढ़ कर फिदा होना
प्रिय ललित आप कबसे कहते आ रहे हैं कि ख़त लिखिए, ख़त लिखिए, किसी को भी…